Monday, December 17, 2018

BJP विधायक ने SDM को धमकाया, कहा- आपको मेरी ताकत का अहसास नहीं

ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसल का मुआवजा न मिलने पर सैकड़ों किसान तहसील किरावली का घेराव करने पहुंचे थे। आक्रोशित किसानों ने भाजपा विधायक उदयभान सिंह को तहसील में घेर लिया। उनके समक्ष नाराजगी जताने लगे। नारेबाजी और हंगामा हो रहा था। शोर सुनकर एसडीएम किरावली गरिमा सिंह अपने कार्यालय से बाहर आ गईं। उन्होंने किसानों से कहा कि मेरे समझाने पर भी आप लोग मानने को तैयार नहीं हैं। बैंक खाता संख्या मिलने पर आपको मुआवजा मिल जाएगा। आप लोग मान नहीं रहे हो। हंगामा कर रहे हैं। यह सुन विधायक चौधरी उदयभान सिंह आपा खो बैठे। गुस्से में आ गए। एसडीएम पर बसर पड़े। गुस्से में यह तक बोल दिया कि मेरी ताकत का अहसास नहीं है। विधायक हूं मैं। उनके बिगड़े बोल कैमरे में कैद हो गए। वीडियो चंद मिनट में ही आंधी की तरह वायरल हो गया।
विधायक ने एसडीएम से कहा कि जब शासन से मुआवजा राशि प्राप्त हो चुकी है, तो किसानों को मुआवजा क्यों नहीं दिया जा रहा। इस तड़का भड़की के बीच किसानों ने एसडीएम मुर्दाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिया। भीड़ में अपने को अकेला देखकर एसडीएम सहम गईं। उन्हें उम्मीद नहीं थी कि सत्ताधारी विधायक भरी भीड़ में उनके साथ अभद्रता करेंगे। इस गरिमा का ख्याल भी नहीं रखेंगे कि वह महिला हैं। सरकारी सेवक हैं। जनता की सेवा के लिए सरकार ने ही उन्हें तैनात किया है। वे सरकारी नियमों के तहत कार्रवाई कर रही हैं।
अप्रैल में हुई थी ओलावृष्टि
11 अप्रैल 2018 को ओलावृष्टि होने से किरावली तहसील क्षेत्र में गेहूं की हजारों बीघा फसल बर्बाद हो गई थी। हजारों किसानों की फसलें बर्बाद हुई थी। शासन से किसानों को मुआवजा बांटने के लिए 33 करोड़ रुपये भेजे गए थे। पीड़ित किसानों को तहसील प्रशासन की ओर से मुआवजा बांटा भी गया। 27.3 करोड़ की मुआवजा राशि किसानों को बांटी जा चुकी है। तमाम किसानों को अभी तक मुआवजा नहीं मिल पाया है। सोमवार को भाजपा सहकारिता प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष एडवोकेट  रामेश्वर वर्मा, गयाप्रसाद शर्मा प्रधान और ग्राम प्रधान जितेंद्र वर्मा के नेतृत्व में तहसील क्षेत्र के दर्जनों गांवों के किसान तहसील पहुंचे थे।
किसानों ने मुआवजे की मांग को लेकर तहसील पर नारेबाजी भी की। क्षेत्रीय विधायक चौ. उदयभान सिंह  का भी किसानों ने घेराव कर लिया था। विधायक को खूब खरी-खोटी सुनाईं।  किसानों ने विधायक को बताया कि आठ महीने बीतने के बाद भी उन्हें अभी तक मुआवजा नहीं मिला है। प्रदर्शन करने वालों में डॉ. प्रेमसिंह, सुखवीर सिंह प्रधान, डॉ. राजेन्द्र छौंकर, धारा सिंह इंदौलिया, गुड्डू नरवार, पवन इंदौलिया, संजीव इंदौलिया आदि दर्जनों गांवों के सैकड़ों किसान शामिल थे।
एसडीएम गरिमा सिंह ने कहा कि विधायक चौ. उदयभान सिंह और कुछ भाजपा नेता किसानों को गुमराह करके तहसील लाए थे कि तहसील में मुआवजे के चेक बांटे जा रहे हैं। सुनियोजित तरीके से मेरे खिलाफ किसानों से हंगामा कराया गया। जिन किसानों को मुआवजा नहीं मिल पाया है, उनसे बैंक की खाता संख्या मांगी गई है। जल्द उन्हें मुआवजा दे दिया जाएगा।  
सुर्खियों में रहते हैं विधायक उदयभान
हाल ही में विधायक उदयभान सिंह के नाती के खिलाफ छत्ता थाने में छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज हुआ था। उनके नाती पर दिल्ली से आई एक युवती के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगा था। हालांकि सत्ता के दबाव में पुलिस ने इस मुकदमे में कार्रवाई नहीं की थी। एक रात में तीन घटनाएं हुई थीं। तीनों में उनके नाती को नामजद किया गया था।

Monday, December 3, 2018

جهاز المخابرات يعتقل قياديا بارزا في "داعش" ببغداد

اعلن جهاز المخابرات العراقي، الجمعة، عن اعتقال قيادي بارز في تنظيم "داعش" داخل بغداد.

وقال الجهاز في بيان تلقت، السومرية نيوز، إن "جهاز المخابرات الوطني العراقي القى القبض على أحد قيادات تنظيم داعش، المدعو حمزة الكردي، في بغداد، وذلك بالتعاون مع إحدى محاكم التحقيق وقيادة عمليات بغداد".

واضاف الجهاز، أن "المعتقل أحد قيادات تنظيم داعش، المدعو جمال خليل طه زناد المشهداني والمكنّى بأبي حمزة الكردي".

وأوضح الجهاز أن "الكردي كان يشغل مناصب رفيعة في ولاية شمال بغداد، وولاية كركوك، إضافة إلى لعبه دوراً رئيسياً في تنفيذ العديد من العمليات الإجرامية، التي طالت العديد من المواطنين في العراق".

وتابع الجهاز، أن "أهم تلك العمليات هي قصف مدينة تازة بالقذائف والصواريخ الكيمياوية، وقيادته لمعركة الحويجة التي أسفرت عن أسر 15 عنصراً من قوات البيشمركة، وكذلك عملية السيطرة على مدينة البشير في كركوك، كما شارك بالهجوم على مدينة تدمر الأثرية في سوريا".

وكشف الجهاز، أن "العملية تمت بعد رصد الكردي الذي تنقل بين دولتين من دول الجوار حتى عاد إلى بغداد ليستقر فيها"، مشيراً الى أن "الاعتقال تم بعملية خاطفة بالتعاون مع محكمة تحقيق إرهاب الكرخ، وقيادة عمليات بغداد قبل أن يتم تدوين اعترافاته قضائياً".دعا نائب رئيس الجبهة التركمانية العراقية النائب السابق عن كركوك حسن توران، الجمعة (30 تشرين الثاني 2018)، إلى إبعاد ملف الكهرباء عن المزايدات السياسية والكف عن حرمان كركوك من حقوقها.

وقال توران في حديث صحفي، إن "حكومة كركوك تعاقدت مع مستثمر في اربيل لشراء طاقة كهربائية (250) ميكاواط لتحسين وضع الكهرباء وبعلم وموافقة الحكومة الإتحادية وحكومة الإقليم" واضاف "منذ أحداث 16 تشرين الاول 2017 تم تقليل الكمية المجهزة لكركوك حتى وصلت حاليًا إلى الصفر رغم التزام حكومة كركوك وحكومة المركز بدفع مستحقات المستثمر".

وبيّن نائب رئيس الجبهة التركمانية في حديثه "تحججت حكومة الإقليم عند قطع الكهرباء عن كركوك بقلة نتاج الغاز المجهز لمحطات كهرباء الإقليم من حقول كورمور"، مؤكدًا أن "الكهرباء طاقة يستفاد منها الجميع لا دخل لها بالسياسة او التعقيدات القومية في كركوك".

وطالب توران الحكومة الإتحادية وحكومة كركوك المحلية بـ"رفع دعوى قضائية ضد المستثمر المجهز للكهرباء ومطالبته بتعويض ابناء المحافظة، محذرًا في وقت ذاته من معاقبة ابناء كركوك عقابًا جماعيًا لأسباب سياسية".

وكشف توران في حديثه أيضًا أن "حقول كورمور هي خارج حدود الإقليم ومن الحقول المستكشفة قبل 2003 وبموجب الدستور يجب ان تدار من قبل حكومة المركز".

يذكر بان شركة دانة غاز اعلنت في تشرين الثاني/نوفمبر الجاري عن زيادة في انتاجها من حقول كورمور بنسبة 30% على عكس ما ادعته حكومة الإقليم بأن انخفاض إنتاج الغاز من هذا الحقل هو سبب قطع التجهيز عن محافظة كركوك.

Wednesday, November 14, 2018

क्या प्लास्टिक संकट से निज़ात दिला पाएंगे ये 5 तरीके?

वक़्त दुनिया जिन चुनौतियों का सामना कर रही है, उसमें प्लास्टिक से निपटने की समस्या सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है.
हर साल क़रीब 1.27 करोड़ टन प्लास्टिक समुद्र में समा जा रहा है.
इसकी वजह से समुद्री जीव-जंतुओं के लिए भयावह साबित हो रहे हैं.
कछुओं की दम घुटने से मौत हो रही है. व्हेलें ज़हर की शिकार होकर मर रही हैं.
प्लास्टिक की इस चुनौती से निपटने
पर, इसके अलावा भी वैज्ञानिक, बढ़ते प्लास्टिक कचरे की चुनौती से निपटने के तरीक़े तलाश रहे हैं, ताकि इस कचरे के राक्षस का सामना किया जा सके.
आज हम आप को पांच ऐसे ही अजूबे नुस्खों के बारे में बताएंगे, जो प्लास्टिक से निपटने में मदद कर सकते हैं.
एस्परजिलस ट्यूबिनजेनसिस एक गहरे रंग का चकत्तेदार कुकुरमुत्ता होता है. ये गर्म माहौल में ख़ूब पनपता है.
ऊपर से देखने में इसमें कुछ ख़ास नहीं है. लेकिन, इसकी एक ख़ूबी हमें प्लास्टिक के राक्षस से लड़ने में मदद कर सकती है.
प्लास्टिक की सबसे बड़ी चुनौती होती है कि ये नष्ट नहीं होता या गलता नहीं है.. यही वजह है कि आज ये हमारे शरीर के भीतर तक जगह बना चुका है. ऐसे ज़रिए तलाश किए जा रहे हैं जिससे प्लास्टिक को क़ुदरती तौर पर गलाया जा सके.
पाकिस्तान की क़ायद-ए-आज़म यूनिवर्सिटी के माइक्रोबायोलॉजिस्ट ने इस फफूंद में ऐसे गुण पाए हैं, जो प्लास्टिक को गला सकते हैं.
एस्परजिलस ट्यूबिनजेनसिस से पॉलीयूरेथेन को गलाया जा सकता है.
इस रिसर्च के अगुवा सहरून ख़ान कहते हैं कि, 'इस फफूंद से ऐसे एंजाइम निकलते हैं, जो प्लास्टिक को गलाते हैं. इस गले हुए प्लास्टिक से फफूंद को पोषण मिलता है.'
यानी ये उम्मीद जगी है कि एस्परजिलस ट्यूबिनजेनसिस की मदद से प्लास्टिक को गलाया जा सकता है.
प्रशांत महासागर में 'द ग्रेट पैसिफ़िक गार्बेज पैच' समुद्र में कचरे का सबसे बड़ा ठिकाना है.
यहां पर 80 हज़ार टन से भी ज़्यादा प्लास्टिक जमा हो गया है. ये कचरा फ्रांस के बराबर इलाक़े में कैलिफ़ोर्निया और हवाई द्वीपों के बीच फैला हुआ है.
नीदरलैंड के 24 बरस के इंजीनियर बॉयन स्लैट की अगुवाई में इस कचरे को साफ़ करने का अभियान छेड़ा गया है. इसे सिस्टम 001 नाम दिया गया है.
ये कचरा जमा करने वाली 600 मीटर लंबी, तैरती हुई मशीन है. जो तीन मीटर की गहराई तक से कचरा जमा करती है.
इस जमा कचरे को हर महीने एक जहाज़ में लाद कर हटाया जाएगा. बॉयन स्लैट की इस परियोजना की तारीफ़ भी हो रही है, और विरोध भी.
किसी को भी नहीं पता कि आगे चल कर क्या होने वाला है.
बॉयन स्लैट कहते हैं कि, 'इस वक़्त तो मैं उम्मीद के साथ आगे बढ़ रहा हूं. हम ने इससे प्लास्टिक जमा कर के ये दिखा दिया है कि ये तकनीक कारगर है.'
का पहला क़दम तो इसका इस्तेमाल कम से कम करना है.

Monday, October 1, 2018

气候变化或影响雄安新区的“雄心”

毫无预兆但迅速传播,并且影响力巨大,雄安新区的突然设立,满足一条爆炸性新闻的所有条件。

4月1日,中共中央、国务院忽然下发
知,决定在距离北京120公里左右的河北省保定市辖区内的雄县、容县和安新县建立一个新的特区。在中国,特区意味着更宽松和优惠的经济政策,相对独立于地方政府的特殊政治地位,以及由此带来的迅速发展和城市化。此前,1980年设立的深圳特区和1992年设立的浦东新区皆走出了相似的发展道路。

发改委主任何立峰解释,建立新经济特区的初衷是北京已无力承担2100万人口谋生、居住和通勤的压力,需要向周边分流。而选择雄县、容县和安新县的一大原因是那里有较大的环境承载力,且坐拥区域内最丰富的水资源——华北平原最大的淡水湖白洋淀。

但问题是保定的空气质量在过去三年中有两年排名全国垫底,还有一次倒数第三。在中国空气污染最严重的地带大搞经济发展,甚至期望苦于空气污染已久的北京居民移居于此,中国政府有信心持续提高京津冀地区空气质量,把雄安打造成宜居之城吗?中国政府的确正在用各种措施缓解北京及周边地区的空气污染:北京刚刚闭了最后一座煤电厂;从今年开始,河北的几个钢铁重镇在冬季采暖期间被要求产量直接减半。然而一项新的科学研究显示,除了污染排放,北京空气污染发生的频率还受到气候变化的极大影响。

3月21日发表于《自然·气候变化》的一篇中国和澳大利亚科学家合著论文显示,如果温室气体的排放持续增加,21世纪下半叶(2050年—2099年),北京冬季的重污染天气与1950年—1999年时相比,发生频次或将增加50%,每次持续时长或将增加80%。

这一研究的结论并不难懂,甚至人们早已用自己的感官感知到了:温室气体的大量排放导致气候变暖,变暖的气候影响局部地区的气象条件和天气。在北京及周边地区,这一变化体现为冬季气温上升和风速降低,使污染物更加难以扩散。刚刚过去的这个55年来最暖冬季,京津冀地区空气质量就差于上一年度同期。

面对媒体解释2016年冬季的污染回升现象时,环保部长陈吉宁明确表示:“这几年连续下来,冬季的污染气象条件变得越来越差,超过了我们的减排速度。这就是我们的问题所在。”
可以说,这项新研究只是以数据验证了这一人们深有体会的现象。

同时它也间接说明:
鉴于气候变化的全球性,华北地区治理空气污染的战争也就不只是一个区域,甚至一个国家的战争。雄安新区乃至整个华北城市群的环境治理成败也将取决于人类在应对气候变化上取得的进展。

雄安新区:气候政治的新因素

然而,在气候变化问题上,未来正变得不明朗。在地球另一边,
特朗普政府的初步预算案计划砍掉本国环保署近1/3经费,仅EPA研发办公室就将失去近一半经费,内政部则将批准更多污染性能源项目。

如果这一方案获得通过,毋庸置疑,作为世界第一大经济体、第二大温室气体排放国、国际气候合作的关键力量,美国的减排努力将大打折扣。

与此同时,中国自身在削减燃煤和重工业过剩产能等方面的努力也正经历反复,河北钢铁重镇唐山的
产量“反弹”已经引起了政府的警觉。

可以预见的是,雄安新区的设立会令华北地区对空气质量的要求变得更高。而除了“头痛医头”的空气治理措施之外,中国政府可能会更加重视气候变化这一间接影响空气质量的重要问题。
 
正如环保部长陈吉宁今年数次提及的,在京津冀重工业增长已被冻结的背景下,这一区域空气质量改善趋势的反复不定已经令中国政府认识到了外在气候因素对大气治理的巨大干扰。

Tuesday, September 25, 2018

साज़िश का इल्ज़ाम किन पर है

गांव वालों ने ददन पहलवान और मुखिया बब्लू पाठक पर उकसाने और कांड की साजिश रखने का आरोप लगाया है.
जबकि अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग के पूर्व चेयरमैन और जदयू नेता विद्यानंद विकल ने अपनी रिपोर्ट में रामजी यादव को कांड का साजिशकर्ता माना है. जबकि उन्होंने ददन पहलवान और संतोष निराला की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए हैं.
बीबीसी के साथ बातचीत करते हुए विधायक ददन पहलवान ने अपने ख़िलाफ़ लगे आरोपों से इनकार करते हैं.
वो कहते हैं कि, "हम तो ये चाहते हैं कि सभी पीड़ितों को यथासंभव न्याय मिले. माननीय मुख्यमंत्री महदोय से इसमें पहले भी एक्शन की मांग कर चुके हैं. वहां के जनप्रतिनिधि होने के नाते मेरी यह हमेशा कोशिश रही है कि किसी भी निर्दोष के साथ अत्याचार नहीं हो."
लेकिन, बातचीत के दौरान पहलवान गांव वालों के उकसाने और मारपीट करने के सवाल पर किनारा कर लेते हैं.
दूसरी तरफ बबलू पाठक और रामजी यादव के विवाद के बार में पूछने पर दोनों अपना-अपना पक्ष रखने लगते हैं.
रामजी यादव कहते हैं कि यदि उन्होंने लोगों को उकसाया और बहलाया तो भी वही लोग उनके साथ क्यों खड़े हैं! ऐसा कैसे हो सकता है."
जबकि बबलू पाठक कहते हैं कि "रामजी यादव उनसे मुखिया का चुनाव हारने का बदला ले रहे हैं. उनका घर महादलित टोला में ही है इसलिए वे उन लोगों के साथ मिलाए हुए हैं."
रिपोर्टिंग के दौरान महादलित टोला के लोगों ने डुमराव पुलिस पर प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए थे.
आरोपों के जवाब में डुमराव थाना के प्रभारी शिव नारायण राम कहते हैं कि मामले में अभी तक जो भी कुछ हुआ है वह एक प्रक्रिया के तहत हुआ है. पुलिस ने हर कदम पर उस प्रक्रिया का पालन किया है.
डुमरांव के डीएसपी केके सिंह कहते हैं, "मई में जब मामले का सुपरविजन रिपोर्ट तैयार हुआ था तब उनकी पदस्थापना वहां नहीं थी. हालांकि, उन्होंने यह जरूर कहा कि पुलिस नामजदों के बेल के लिए लगातार प्रयास कर रही है. 28 लोगों को तो पहले ही बेल मिल चुका है. फिर से 35 लोगों का बेल पिटीशन दायर किया जा चुका है."
बक्सर के एसपी राकेश कुमार ने बीबीसी के साथ बातचीत में सिर्फ इतना कहा कि पुलिस अपना काम कर रही है. मामला की अभी जांच चल रही है इसलिए कुछ भी बोलना उचित नहीं होगा.
बताते चलें कि मामले में नामजद 36 अन्य अभियुक्तों की जमानत याचिका पर सुनवाई के बाद अदालत ने याचिका खारिज कर दी है.
बचाव पक्ष के वकील इमरान खान के मुताबिक सोमवार को अदालत में याचिका पर सुनवाई हुई थी. जिसमें सरकारी पीपी ने बेल का विरोध किया था. अदालत ने सोमवार को सुनवाई के बाद फैसला रिजर्व रख लिया था.
मंगलवार को उन सभी 36 जमानत याचिकाओं को खारिज कर दिया गया है.
क्या महादलित टोला के लोगों को आगे भी केस लड़ते रहना पड़ेगा?
महादलित टोला के इन 91 नामजद अभियुक्तों जिनमें करीब 30 से अधिक महिलाएं शामिल हैं, को अभी और कितने दिनों तक सरकार के केस लड़ना पड़ेगा?
इसके जवाब में विद्यानंद विकल कहते हैं कि मेरी रिपोर्ट में बिलकुल साफ हो गया था कि कांड में राजद समर्थकों की साजिश थी. हमने मुख्यमंत्री को भी लिख कर दे दिया है. बाकी महिलाओं, महादलितों और निर्दोषों के नाम हटा लेने के लिए हम मुख्यमंत्री महोदय से फिर से गुहार लगाएंगे.
दूसरी तरफ पत्थरबाजी की घटना में राजद समर्थकों की संलिप्तता के सवाल पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कहते हैं, "सरकार हर मामले को राजद से जोड़ देती है. आठ महीने हो गए हैं. यदि वाकई सरकार को ये लगता है कि राजद समर्थकों का हाथ है तो उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं करती! और यदि पुलिस की रिपोर्ट में मृत व्यक्तियों के नाम, बाहर रहने वालों के नाम और शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के नाम शामिल हैं तो फिर मामला ही फॉल्स बन जाएगा. हमनें बार-बार कहा है कि नंदन गांव में जो कुछ भी हुआ, वह नहीं होना चाहिए. लेकिन जिस तरह से निर्दोष लोगों को इसमें फंसा दिया गया, इससे सरकार की मंशा पर सवाल खड़े होते हैं. सरकार को चाहिए कि तत्काल कार्रवाई करते हुए उन निर्दोष महादलितों के खिलाफ केस वापस ले."
मामले को हुए आठ महीने हो गए हैं. नंदन टोला वालों को तब से लगातार पुलिस का चक्कर लगा रहता है.
सोमवार को भी 35 लोगों के जमानत याचिका पर सुनवाई हुई. मगर जमानत पर फैसला रिजर्व रख लिया गया.
आखिर अब गांव वाले सरकार से क्या चाहते हैं? मामले के एक आरोपी उमाशंकर राम इसका जवाब कुछ यूं देते हैं, "हमलोगों ने जो चाहा वो तो हमें मिला नहीं. किसी ने हमारी बात भी नहीं सुनी. हमें तो यह जीवन भर याद रहेगा. पंजाब, हरियाणा और यहां तक कि दुबई रहने वाले लड़कों का भी नाम प्राथमिकी में डाला गया है. जो लोग अस्सी साल के बुजुर्ग हैं उनका नाम भी शामिल है. आखिर ऐसे लोग पत्थर कैसे चलाएंगे. किसी ने ये सोचा नहीं! ये सारा नाम मुखिया ने खुद थाने में बैठकर लिखवाया था. आपको मालूम नहीं होगा कि कि घटना के बाद से नंदन गांव का विकास ठप हो गया है. यहां सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं के बराबर हो रहा है."
महादलित टोले से लौटते समय वॉर्ड छह के सचिव अनिल राम ने रोक लिया. कहने लगे, "हम सरकार से सिर्फ इतना चाहते हैं कि जो भी हुआ उसकी जांच करा ले. लेकिन हम गरीबों को छोड़ दे. हम सरकार के केस लड़ने की हैसियत नहीं रखते हैं. हम चाहते हैं कि मुख्यमंत्री फिर से हमारे गांव में आएं और देखें कि क्या हालत हो गई है. कम से कम हमारी हालत पर तो उनको तरस आएगा."

Monday, September 17, 2018

ब जब बिग बॉस में उनकी एंट्री हो ही गई है तो जाहिर

ब जब बिग बॉस में उनकी एंट्री हो ही गई है तो जाहिर सी बात है इस एक्ट्रेस से पोल डांस की उम्मीद तो की ही जा सकती है. अब ये देखना होगा कि क्या प्राइम टाइम में ऑन एयर हुए इस शो में बिग बॉस नेहा पेंडसे को पोल डांस का टास्क देते हैं या नहीं. तब तक के लिए आप उनके पुराने पोल डांस स्पेशल वीडियोज देख सकते हैं.
बिग बॉस में अपने से 37 साल छोटी गर्लफ्रेंड संग अफेयर को कबूलने के बाद से भजन सम्राट अनूप जलोटा चर्चा में हैं. वे अपनी 28 साल की शिष्या और सिंगर जसलीन मथारु के साथ 3 साल से रिलेशन में हैं. दोनों के बीच उम्र का बड़ा फासला है. ग्रैंड प्रीमियर में दोनों ने अपने रिश्ते को दुनिया के सामने लाकर सभी को चौंकाया. लेकिन लोगों को ये लव स्टोरी खास रास नहीं आ रही है. अनूप जलोटा फैंस के बीच मजाक का पात्र बन गए हैं.
अब तक विवादों से दूर रहे अनूप जलोटा रविवार रात से सुर्खियों में बने हुए हैं. उन्हें और जसलीन को लेकर सोशल मीडिया पर ढेरों मीम्स बने हैं. बिग बॉस फैंस के बीच वे ट्रेंडिंग टॉपिक बन गए हैं. अनूप जलोटा को इस सीजन का सबसे कंट्रोवर्सियल कंटेस्टेंट कहना गलत नहीं होगा. प्रीमियर के दिन गेस्ट पैनल में बैठे सेलेब्स और सलमान खान भी अनूप जलोटा के अफेयर पर चुटकी लेते हुए दिखे.
भजन सिंगर अनूप और जसलीन पर बने मीम्स ट्विटर पर ट्रेंड हो रहे हैं. फैंस उनकी लव स्टोरी के किस्से चटखारे लेकर पढ़ रहे हैं. बता दें, अनूप जलोटा की 3 शादियां हो चुकी हैं.
जसलीन ने घर के अंदर जाने से पहले बताया- ''अनूप जी हमारे बगैर नहीं रह पाते. वे कोलकाता चले आते. हम छिप छिपकर मिलते. बिग बॉस के घर में हमें छुटकारा मिलेगा.'' जसलीन ने ये भी कहा कि ''वे अनूप जलोटा जी को अपने से दूर नहीं होने देंगी. घर में भी वे उन्‍हें दूसरों से बचाकर रखेंगी.'' अब आगे देखना है कि अनूप और जसलीन का ये रिश्‍ता कहां तक जाता है.
बिग बॉस सीजन 12 का धमाकेदार आगाज हो चुका है.   के शो में कई नामी चेहरे शामिल हुए हैं. कॉमनर्स की जोड़ी भी सेलेब्रिटीज को कड़ी टक्कर देती नजर आ रही है. रविवार को ग्रैंड प्रीमियर में कंटेस्टेंट की लिस्ट सामने आने के बाद से ही सोशल मीडिया पर हलचल तेज है. अभी से फैंस के बीच विनर की भविष्यवाणी की जाने लगी है. ट्विटर पर बिग बॉस फैंस के बीच मानो जंग सी छिड़ चुकी है.
सभी अपने फेवरेट कंटेस्टेंट के लिए बैटिंग कर रहे हैं. शो जीतने के दावेदारों में रोशमी, दीपिका कक्कड़, सृष्टि रोडे, जसलीन, करनवीर बोहरा, नेहा पेंडसे, रोमिल, श्रीसंत के नाम सामने आ रहे हैं.
दीपिका कक्कड़ इब्राहिम:  ''ससुराल सिमर का'' में सिमर की भूमिका निभाने वालीं दीपिका कक्कड़ ने जेट एयरवेज में एयरहोस्टेस के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी. उन्होंने अपने एक कलीग के साथ शादी कर ली थी. बाद में इमेजिन टीवी के शो "देवी" से अभिनेत्री के रूप में करियर की शुरुआत की. "ससुराल सिमर का" के दौरान ही दीपिका को स्टार शोएब इब्राहिम के इश्क में गिरफ्तार हुईं. उन्होंने पहले पति से तलाक ले लिया.
करणवीर बोहरा: करणवीर का असली नाम मनोज बोहरा है. करण हितेन तेजवानी की तरह ही लोकप्रिय सीनियर टीवी एक्टर हैं. वो पिछले 12 सालों से टीवी एक्टर के तौर पर काम कर रहे हैं. करण अपनी मास्टर प्लानिंग से बिग बॉस के घर में कुछ शानदार कर सकते हैं. करण को शरारत, कसौटी जिंदगी की, कुबूल है, सौभाग्यवती भव और नागिन 2 के लिए जाना जाता है. करण को इस सीजन का स्मार्ट प्लेयर माना जा सकता है.
नेहा पेंडसे: इस साल बिग बॉस के घर में नेहा पेंडसे, शिल्पा शिंदे की कमी पूरी करती नजर आएंगी. बताते चलें कि शिल्पा की तरह ही नेहा भी मराठी हैं और कॉमेडी शोज के लिए लोकप्रिय भी हैं. नेहा को लोकप्रिय कॉमेडी शो "में आई कम इन मैडम" से लोकप्रियता मिली. नेहा बातूनी हैं और उनका सेन्स ऑफ़ ह्यूमर लाजवाब है.
श्रीसंत: श्रीसंत केरल से हैं और टीम इंडिया के लिए खेल चुके हैं. उन्हें खेल के अलावा डांसिंग के लिए भी जाना जाता है. श्रीसंत को शॉर्ट टेम्पर माना जाता है. उनका नाम मैच फिक्सिंग में भी आ चुका है. श्रीसंत अभिनय भी कर चुके हैं. बिग बॉस के घर में श्रीसंत को देखना मजेदार होगा.
सृष्टि रोडे: शोभा सोमनाथ की, इश्क है और पुनर्विवाह जैसे शोज के जरिए लोकप्रियता पाने वालीं सृष्टि रोडे को Big Boss 12 की ग्लैमर गर्ल माना जा रहा है. अपनी रियल लाइफ में सृष्टि मित्रतापूर्ण व्यवहार के लिए मशहूर हैं. उनकी यही प्रवृत्ति घर के अंदर भी देखने को मिले. बिग बॉस के घर में यह देखना दिलचस्प होगा कि किस तरह का गेम खेलती हैं और कैसे क्यूट गर्ल की इमेज तोड़ पाएंगी.